बाइबल के सारे वचन उन झूठे शिक्षकों के लिए रहस्य है जिन्होंने अभी तक नया जन्म नहीं पाया है। इसलिए वे परमेश्वर के वचन को मनुष्यों के बनाए हुए विचारों से अपनी तरह व्याख्यायित करने की कोशिश करते है। हालाँकि, वे जो सिखा रहे है उन पर वे खुद भी विश्वास नहीं करते। परिणाम स्वरुप, जो लोग यीशु पर विश्वास करते है उनके बिच बहुत कम लोग है जिन्हें अपने उद्धार पर विश्वास है।
ऐसा क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि पानी और आत्मा के सुसमाचार को स्पष्ट रूप से जाने बिना ही वे कहते है की वे यीशु पर विश्वास करते है। ऐसे मसीही लोग सोचते है कि वे नाश नहीं होंगे क्योंकि वे यीशु पर विश्वास करते है। लेकिन उन्हें यह महसूस करने की ज़रूरत है कि जब बाइबल के नज़रिए से देखा जाता है, तो यदि वे पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास नहीं करेंगे तो वे नाश होंगे।
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