अब हमें हमारा ध्यान मिलापवाले तम्बू की ओर लगाना चाहिए। तम्बू का आवरण चार परतो से बना हुआ था। जब परमेश्वर ने मूसा से तम्बूबनाने के लिए कहा, तब उन्होंने उसे विस्तृत सुचनाए दी। विशिष्ट रूप से, पहले आवरण को केवल तम्बू के अन्दर से ही दखा जा सकता था, तम्बू के सारे पटिए और पात्रों के उपर का आवरण। यह आवरण तम्बू के पवित्र स्थान, परमपवित्र स्थान के सारे पटिए को लिपटा हुआ भूमि तक निचे आरहा था। और यह नीले, बैंजनी, और लाल कपड़े और बटी हुई सनी के कपड़े से बना हुआ था और करुबों का सुन्दर चित्र भी उसमे बुना हुआ।
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मैं पवित्र स्थान के खम्भे और उसके परदों के रंगों में निहित आत्मिक मतलब पर मनन करना चाहूँगा। हम यहाँ जिस मिलापवाले तम्बू के...
धूप वेदी बबूल की लकड़ी से बनी थी, और वह समकोण आकर की थी, उसकी लम्बाई और चौड़ाई एक हाथ (४५ सेंटीमीटर: १.५ फीट)...
मिलापवाला तम्बू ४८ पटिए से बना हुआ था; दक्षिण और उत्तर की बाजू के लिए २० पटिए, पश्चिम बाजू के लिए छह पटिए, और...